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मंज़िल का अरमान

                                          मंज़िल का अरमान 


मनुष्य का जीवन उतार -चढ़ाव से भरा होता है।  कभी उसके हिस्से ख़ुशी के पल आते है तो कभी  गम के आँसू। 

 लेकिन उसे उम्मीद का साथ नहीं छोड़ना चाहिए क्यूँकिं हर अन्धकार के बाद एक ऐसी भी सुबह  आती है। 
 जो उस अन्धकार को ख़त्म कर नए अरमानो का सबेरा लेकर आती है। . यह कविता भी आपको अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। 
हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए।  चाहे राह में कितनी भी परेशानी क्यों न हो। हमें हमेशा चेहरे पर एक मुस्कान और दिल में अरमान के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।
हम यहाँ चींटी की सकारात्मकता का उदाहरण (Positive Quotes ) दे सकते है की चाहे  कितनी भी विपरीत परिस्थिति क्यों न हो वो कभी हार नहीं मानती।
इसलिए हमें भी  सकारात्मकता (Positive Singles) के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।
जीवन एक संघर्षों का मेला होता है और मेहनत  ही आपकी किस्मत होती है अगर आप यह सोच कर ईश्वर में आस्था के साथ आगे बढ़ते है तो आप सभी के लिए एक प्रेरणादायक उद्धरण (Inspirational Quotes) प्रस्तुत करेंगे ।
प्रेरणा का उद्धरण (Motivation Quotes) कोई भी हो सकता है चाहे वो  सरहद  पर बैठा सैनिक हो या अपने अस्तित्व को दर्शाती  अनुमप नारी ।
इसी की तरह  प्रेम (Love ) भी  एक प्रेरणादायक (Inspirational)  स्रोत है  जो उत्साहवर्धक (Encouraging) होता है और आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। 

उत्साहवर्धक उद्धरण (Encouraging Quotes) आप महान कवि तुलसीदास जी का ले सकते है अपनी पत्नी से पवित्र प्रेम  के कारण ही पत्नी के द्वारा यह कहने पर कि "जितना दिल तुम्हारा  मुझमें लगा रहता है यदि ईश्वर में लगते तो शायद वो मिल जाते" इस वाक्य के कारण महान ग्रन्थ रामचरित मानस की रचना हुई।  

अंत में,  मैं इस कविता के माध्यम से यहीं कहना चाहती  हूँ की आप सकारात्मक विचारों (Be Positive Thoughts) के साथ आगे बढ़े सफलता (Success ) जरूर मिलेगी । 
और जब सफलता मिल जाये तो बिना अभिमान किये दूसरों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण  (Be a positive quote) प्रस्तुत करें। 

हिंदी भाषा में कविता लिखकर मेरा हिंदी भाषा को बढ़ावा देने का एक लघु प्रयास है। हिंदी कविता को बढ़ावा देने के लिए मैं हिन्दीकुंज.कॉम (hindikunj) का तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूँ।

 धन्यवाद  

Manzil ka Armaan

 मंज़िल का अरमान 

मध्धम सी मुस्कान लिए, तू चलता जा अरमान लिए 

जीवन के अंधियारे को तज, बढ़ता जा नई पहचान लिए 

खुशियों के रंग में खुद को रंग, हँसता जा मुसीबत के संग-संग 

परिणाम भले ही कुछ भी हो,  जीता जा स्वाभिमान लिए

जीवन संघर्षों का मेला, पग-पग बढ़ता चल अकेला 

कितने भी काँटे राह में हो, चलता जा नया फरमान लिए 

मंज़िल को जो गर पाना है, फिर कही नहीं रुक जाना है 

 मेहनत ही तेरी  किस्मत है, बढ़ ईश्वर  का वरदान लिए 

हर एक चुनौती जीवन की, एक नई दिशा दिखलाती है 

चलते जाना अविरत प्रतिपल, मन में मंज़िल का  ध्यान लिए 


जो मन में तूने ठाना है, मुझको बढ़ते ही  जाना है 

परिणाम सदा अनुकूल बने, गगनचुम्बी सम्मान लिए 

जीवन में गर सब पा जाओ, हर लक्ष्य के जो तुम साधक हो 

हो जाना नम सब के खातिर, मत जीना तुम अभिमान लिए।।

 

रचयिता -V.Nidhi 


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