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आखरी साँस तक

 आखरी साँस तक 

 

जिंदगीभर तेरा एतबार किया करते रहे

आखिरी साँस तक तुझसे ही प्यार किया करते रहे 

अपनी हर टूटती साँस से मांगते रहे कुछ मोहलतें 

इन आँखों से हम बस तेरा इंतज़ार किया करते रहे 

उन चांदनी रातों में जब हम किया करते थे बातें हज़ार 

अब तलक भी उन बातों का हम हिसाब किया करते रहे 

तेरे मासूम से चेहरे पे छाई उस हँसी सादगी की कसम 

हर रात तेरी सादगी पे हम निसार किया करते रहे 

मदमस्त आँखों में ठहरी उस चमकती रोशनी को सनम 

हरपल हम सितारे का ख़िताब दिया करते रहे

तुझे नाज़ुक फूल समझ कर सब कुछ निसार किया था हमने 

तब भी तुम तो मुझसे हमेशा तकरार किया करते रहे 

तेरी हरपल की बेरुखी को समझकर बेबसी तेरी 

तेरी उस बेबसी से हम हरपल सवाल किया करते रहे 

बस तेरी एक मोहब्बत भरी नज़र ही कमाल कर गई 

उस नज़र की आस पर ही अब तक गुजार किया करते रहे 

तुझसे मिलने की शायद इक और हसरत है अब तक बाकी 

इसलिए मरकर भी खुली आँखों से तेरा इंतज़ार किया करते रहे 


रचयिता V.Nidhi 

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